By Dr. Mayuresh Umalkar
यह पोस्ट में डॉक्टर मयूरेश आपको एनीमिया (Anaemia in hindi) के बारे में बताएँगे. डॉ मयूरेश के १४+ साल का अनुभव में उन्होंने काफी सारे एनीमिया के मरीजों का उपचार किया है. इस पोस्ट में डॉ मयूरेश आपको एनीमिया के लक्षण, कारन और उपचार के बारे में सारी जानकारी देंगे. तो चलिए आगे पढ़ते है.
एनीमिया एक स्थिति है जिसमें बॉडी के अंदर की स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) कम हो जाती हैं. यह कोशिकाए एक ऐसे प्रोटीन है जो हेमोग्लोबिन को बॉडी में प्रसारित करती है.
हीमोग्लोबिन का काम बॉडी में ऑक्सीजन का प्रसारण करने के लिए होता है. और अगर ये हीमोग्लोबिन ही कम हो गया तो बॉडी के हर हिस्से में ऑक्सीजन पूरी तरीके से नहीं पहुँच पायेगा.
इसकी वजह से शरीर की ऊर्जा सप्लाई कम हो जाती है और थकावट, कमजोरी लगने लगती है.
शरीर में आयरन की कमी और विटामिन की कमी महिलाओं में एनीमिया के सामान्य कारण है.
आयरन की कमी से होनेवाले एनीमिया के लक्षण कुछ इस प्रकार है –
आयरन की कमी से होनेवाले एनीमिया के लक्षण कुछ इस प्रकार है –
आयरन की कमी से होनेवाले एनीमिया के लक्षण कुछ इस प्रकार है –
जब आप उच्च लौह आहार लेते हैं, तो ऐसे आहार पदार्थों को खाएं जो विटामिन सी से भरपूर हैं. विटामिन सी आहार में लौह के संश्लेषण में मदद करता है.
विटामिन सी आहार से लौह को अच्छे से अवशोषित करने में मदद कर सकता है और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है.
Mild एनीमिया से कोई परेशानी नहीं होती. लेकिन अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह घातक हो सकता है.
आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया से heart rate तेज हो जाती है क्योंकि जब आप एनीमिक होते हैं तो आपके रक्त में ऑक्सीजन की कमी की भरपाई के लिए हृदय को अधिक रक्त पंप करना पड़ता है.
Dr. Mayuresh Umalkar is the best Anemia Doctor in Pimpri Chinchwad area. He is having experience of treating almost 50000+ patients so far in his career of 14+ years.
Dr. Mayuresh regularly conduct Health camps in Pimpri Chinchwad area.